मान ओर शनाया बस इशानी को जाते देखते रह गए। उसकी बाते सुनकर शनाया के दिल में एक टीस सी उठी ओर आंखों में पानी भर आया ।
मान की नजरे जैसे ही शनाया की नम आंखों पर पड़ी तो उनका चेहरा गुस्से से कांप उठा ।उन्होंने कस के अपनी मुठिया बंद करते हुए गुस्से से कहा," इस लड़की की वजह से मेरी जान की आंखों में पानी आया है ! तुम्हे तो हम नहीं छोड़ेंगे इशानी । जो कुछ भी हुआ उसमें सिर्फ तुम्हारी गलती है और तुम्हे क्या लगता है तुम्हारे ये लंबा चौड़ा भाषण सुनकर हमे तुमसे प्यार हो जाएगा । ऐसा कभी नहीं होगा ।हमारे दिल में सिर्फ तुम्हारे लिए नफरत है और जहां नफरत होती है , वहा प्यार की कोई जगह नहीं है। " खुद से ये सब कहते हुए उन्होंने अपने कदम शनाया की तरफ बढ़ा दिए ।
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